Maharashtra Elections 2024 – मेनिफेस्टो जारी करने वाले थे उद्धव, शरद और कांग्रेस, उधर एकनाथ शिंदे ने मार ली बाजी; 10 बड़े वादे
Maharashtra Elections 2024 – महाराष्ट्र में आगामी चुनावों के मद्देनजर, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी पार्टी की तरफ से कुछ बड़े चुनावी वादे किए हैं, जिनका राज्य की राजनीति पर गहरा असर हो सकता है। एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कोल्हापुर में आयोजित एक साझा चुनावी रैली के दौरान अपने वादों का ऐलान किया, जिसमें सबसे बड़ा वादा ‘लड़की बहिन योजना’ को लेकर था। इस योजना के तहत महिलाओं को आर्थिक सहायता के रूप में मिलने वाली राशि को बढ़ाकर 2100 रुपये प्रति माह करने की बात कही। वर्तमान में इस योजना के तहत महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह मिलते हैं, लेकिन सत्ता में वापस आने पर इसे 2100 रुपये तक बढ़ा दिया जाएगा।
महिला कल्याण को लेकर बड़ा वादा
मुख्यमंत्री शिंदे ने अपने वादों में सबसे महत्वपूर्ण बदलाव महिला कल्याण से जुड़ी योजनाओं में किया है। उनका कहना था कि जब महायुति सत्ता में वापसी करेगी, तो ‘लड़की बहिन योजना’ के तहत हर महिला को 2100 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे। यह वादा राज्य में महिलाओं के बीच विशेष आकर्षण का कारण बन सकता है, क्योंकि इससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है। शिंदे का कहना है कि राज्य में महिला सशक्तिकरण के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा, और इससे महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में मदद मिलेगी।
किसानों के लिए राहत की घोषणा
मुख्यमंत्री शिंदे ने किसानों के लिए भी कई घोषणाएं की हैं। उन्होंने ऐलान किया कि ‘शेतकारी सम्मान योजना’ के तहत किसानों को अब 12,000 रुपये की जगह 15,000 रुपये दिए जाएंगे। यह योजना किसानों के लिए एक बड़ी राहत साबित हो सकती है, क्योंकि इससे उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, शिंदे ने यह भी कहा कि कृषि उत्पादों की लागत पर 20 प्रतिशत एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की छूट दी जाएगी। यह घोषणा किसानों के बीच काफी सराहना पा सकती है, क्योंकि इससे उन्हें अपनी उपज पर बेहतर मूल्य मिलने की उम्मीद है।
वरिष्ठ नागरिकों और समाज के अन्य वर्गों के लिए घोषणाएं
एकनाथ शिंदे ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी एक बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि वरिष्ठ नागरिकों की पेंशन को 1500 रुपये से बढ़ाकर 2100 रुपये किया जाएगा। यह वादा उनके लिए अहम हो सकता है, जो पहले से ही जीवन यापन के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इसके अलावा, उन्होंने कहा कि सोलर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना लाई जाएगी, जिसके तहत लोगों को सोलर पैनल्स लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य महाराष्ट्र को सौर ऊर्जा की दिशा में आगे बढ़ाना और ऊर्जा के खर्चों को कम करना है।
बिजली बिल पर सब्सिडी
मुख्यमंत्री शिंदे ने यह भी घोषणा की कि राज्य में बिजली बिलों पर 30 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाएगी। यह घोषणा उन लोगों के लिए फायदेमंद हो सकती है, जिनके बिजली बिल बहुत अधिक होते हैं और जो महंगे बिजली बिलों के कारण आर्थिक दबाव महसूस करते हैं। शिंदे का यह कदम राज्य के आम लोगों के लिए राहत की बात हो सकता है, और इससे उन्हें दैनिक जीवन की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिल सकती है।
महाविकास अघाड़ी की प्रतिक्रिया
एकनाथ शिंदे और भाजपा का यह चुनावी दांव अब महाविकास अघाड़ी के लिए एक चुनौती बन सकता है। महाविकास अघाड़ी, जिसमें कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना और शरद पवार की एनसीपी शामिल हैं, अब अपनी तरफ से क्या घोषणाएं करती है, यह देखना दिलचस्प होगा। चर्चा थी कि महाविकास अघाड़ी महिलाओं के लिए कोई नई योजना लाने का वादा कर सकती है, जिसमें 2000 रुपये तक की राशि देने की बात हो सकती है। इसके अलावा, किसानों के लिए कर्ज माफी जैसे वादे भी किए जा सकते हैं।
अब महाविकास अघाड़ी को इस पर प्रतिक्रिया देनी होगी और यह देखना होगा कि उनके घोषणा पत्र में भाजपा और महायुति के वादों से किस तरह का मुकाबला किया जाता है। शिंदे के वादे पहले ही जनता के बीच चर्चा का विषय बन गए हैं, और महाविकास अघाड़ी को अब अपने मेनिफेस्टो में कुछ ऐसा पेश करना होगा, जो जनता को आकर्षित कर सके और चुनावी मैदान में महायुति से मुकाबला कर सके।
चुनावी असर
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी घोषणाओं के दौरान कहा कि यह तो केवल ट्रेलर है, पूरी फिल्म तो चुनावी घोषणा पत्र में दिखेगी। शिंदे का यह बयान यह संकेत देता है कि आने वाले दिनों में महायुति और भाजपा की तरफ से और भी कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की जा सकती हैं, जो चुनावी माहौल को और गर्म कर सकती हैं। इस तरह के चुनावी वादे राज्य के चुनावी परिदृश्य को प्रभावित कर सकते हैं, क्योंकि लोग चुनावी घोषणा पत्र में किए गए वादों को गंभीरता से लेते हैं और इससे उनके वोट देने की प्रवृत्तियों पर प्रभाव पड़ता है।
समग्र विकास और वादों का प्रभाव
एकनाथ शिंदे और महायुति के द्वारा किए गए वादे राज्य के विभिन्न वर्गों के लिए राहत का कारण बन सकते हैं। महिलाएं, किसान, वरिष्ठ नागरिक, और आम लोग इन वादों से प्रभावित हो सकते हैं, जो राज्य की आगामी राजनीतिक प्रक्रिया को प्रभावित करेगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि महाविकास अघाड़ी के वादे इन घोषणाओं का मुकाबला कैसे करेंगे और उनकी प्रतिक्रिया क्या होगी।
अंत में, यह कहना गलत नहीं होगा कि शिंदे और उनकी पार्टी ने चुनावी अभियान को मजबूती से शुरू किया है, और अब महाविकास अघाड़ी को यह साबित करना होगा कि उनके पास भी चुनावी मैदान में प्रभावी और आकर्षक वादे हैं।
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