Constipation Treatment in Hindi – क्या आप भी हैं कब्ज से परेशान? जानें कारण और बचाव के आसान उपाय
Constipation Treatment in Hindi – कब्ज, जिसे कॉन्स्टिपेशन भी कहा जाता है, एक आम समस्या है जो बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है। यह समस्या सिर्फ असुविधाजनक नहीं है, बल्कि अगर लंबे समय तक बनी रहे तो डाइजेशन सिस्टम पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है।
कब्ज के कारण कई बार बवासीर, पेट दर्द, और किडनी की समस्याएं भी हो सकती हैं। इसलिए, समय रहते इसका इलाज और रोकथाम करना बेहद जरूरी है।
आइए, जानते हैं कब्ज के कारण, लक्षण, और इसे रोकने के लिए हेल्थ एक्सपर्ट्स के सुझाव।
कब्ज के प्रमुख कारण
डॉ. धीरज कुमार के अनुसार, कब्ज के पीछे कई स्वास्थ्य समस्याएं और लाइफस्टाइल फैक्टर्स जिम्मेदार हो सकते हैं। इनमें शामिल हैं:
डायबिटीज:
डायबिटीज के कारण मेटाबॉलिज्म पर असर पड़ता है, जिससे पाचन धीमा हो जाता है।
हाइपोथायरायडिज्म:
थायरॉयड हार्मोन की कमी मेटाबॉलिज्म को स्लो कर देती है, जिससे कब्ज की समस्या हो सकती है।
गर्भावस्था:
गर्भावस्था के दौरान शरीर में हार्मोनल बदलाव और बढ़ते भ्रूण के कारण आंतों पर दबाव पड़ता है, जिससे कब्ज हो सकता है।
कोलोरेक्टल कैंसर:
आंतों में कैंसर होने पर रुकावट के कारण कब्ज की समस्या होती है।
आंतों में रुकावट:
आंतों में रुकावट के कारण मल त्यागने में कठिनाई हो सकती है।
कब्ज के लक्षण
मल त्यागने में कठिनाई।
पेट भारी या फूला हुआ महसूस होना।
मल टाइट और सूखा होना।
बार-बार बाथरूम जाने की जरूरत महसूस होना।
मल त्याग के दौरान दर्द या खून आना।
कब्ज से बचाव के आसान उपाय
कब्ज को रोकने के लिए अपने डेली रूटीन और खानपान में कुछ बदलाव करें। यहां हेल्थ एक्सपर्ट्स के बताए हुए टिप्स दिए गए हैं:
फाइबर से भरपूर डाइट लें
हर दिन 20 से 35 ग्राम फाइबर का सेवन करें।
फाइबर युक्त फूड्स जैसे सब्जियां, फल, साबुत अनाज, दलिया, और चोकर वाले अनाज को अपनी डाइट में शामिल करें।
पर्याप्त पानी पिएं
दिन में 7 से 8 गिलास पानी जरूर पिएं।
हाइड्रेशन से पाचन तंत्र बेहतर तरीके से काम करता है।
नियमित एक्सरसाइज करें
हर दिन कम से कम 30 मिनट की शारीरिक गतिविधि करें।
चलना, दौड़ना, या योग करना पाचन को सुधारने में मदद करता है।
तनाव से बचें
तनाव और चिंता भी कब्ज का कारण बन सकते हैं।
मेडिटेशन, गहरी सांस लेने की तकनीक, और पर्याप्त नींद लेकर तनाव से दूर रहें।
प्रोबायोटिक्स का सेवन करें
दही, केफिर, और अन्य प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थ खाने से पाचन तंत्र में अच्छे बैक्टीरिया का संतुलन बना रहता है।
कैफीन और शराब से बचें
कैफीन और शराब का अधिक सेवन शरीर को डिहाइड्रेट कर सकता है, जिससे कब्ज की समस्या बढ़ सकती है।
क्या न करें
मल त्यागने की इच्छा को नजरअंदाज न करें।
जंक फूड और प्रोसेस्ड फूड से बचें।
जरूरत से ज्यादा पेनकिलर का इस्तेमाल न करें, क्योंकि यह कब्ज का कारण बन सकते हैं।
कब डॉक्टर से संपर्क करें?
अगर कब्ज लंबे समय तक बनी रहती है, तो यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकती है। इन स्थितियों में डॉक्टर से सलाह लें:
जब कब्ज के साथ खून आए।
पेट में तेज दर्द हो।
वजन अचानक कम हो जाए।
कब्ज कई हफ्तों तक बनी रहे।
निष्कर्ष
कब्ज एक आम समस्या है, लेकिन सही डाइट, एक्सरसाइज, और लाइफस्टाइल में बदलाव से इसे रोका जा सकता है। अगर आप नियमित रूप से फाइबर युक्त आहार लेते हैं, पर्याप्त पानी पीते हैं, और एक्टिव रहते हैं, तो यह समस्या आपको परेशान नहीं करेगी। फिर भी, अगर समस्या गंभीर हो, तो डॉक्टर से सलाह लेना न भूलें।
Disclaimer: यह लेख केवल सामान्य जानकारी प्रदान करता है। अपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के लिए डॉक्टर से परामर्श अवश्य करें।
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