5 Deadly Diseases – तेजी से मौत की नींद सुला देती हैं ये खतरनाक बीमारियां: जानिए लक्षण और बचाव के तरीके
5 Deadly Diseases – आज के समय में खराब लाइफस्टाइल और खानपान की वजह से कई खतरनाक बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। इनमें से कुछ बीमारियां इतनी घातक होती हैं कि मरीज को इलाज का मौका तक नहीं मिलता।
अगर समय रहते इन बीमारियों के लक्षणों को पहचान लिया जाए तो जान बचाई जा सकती है। आइए जानते हैं ऐसी ही हाई-रिस्क बीमारियों के बारे में, जो तेज़ी से जानलेवा हो सकती हैं।
कार्डियक अरेस्ट (Cardiac Arrest)
क्या है:
कार्डियक अरेस्ट एक ऐसी स्थिति है, जिसमें दिल अचानक काम करना बंद कर देता है। यह स्थिति तब होती है, जब दिल की मांसपेशियों को पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिलते।
लक्षण:
अचानक बेहोशी
सीने में दर्द
सांस लेने में परेशानी
दिल की धड़कन का अनियमित होना
बचाव:
हेल्दी डाइट लें और रेगुलर एक्सरसाइज करें।
समय-समय पर हार्ट चेकअप करवाएं।
अगर किसी को कार्डियक अरेस्ट हो तो तुरंत CPR (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) दें और डॉक्टर से संपर्क करें।
स्ट्रोक (Stroke)
क्या है:
स्ट्रोक तब होता है, जब ब्रेन को ब्लड सप्लाई अचानक बंद हो जाती है। इससे ब्रेन की कोशिकाएं मरने लगती हैं। अगर इलाज समय पर न हो तो मरीज की मौत हो सकती है।
लक्षण:
चेहरे, हाथ या पैर का अचानक सुन्न होना या कमजोर पड़ना
बोलने में दिक्कत
अचानक चक्कर आना या संतुलन खोना
एक आंख या दोनों आंखों से धुंधला दिखना
बचाव:
ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें।
धूम्रपान और शराब का सेवन न करें।
हेल्दी डाइट और एक्सरसाइज को जीवनशैली का हिस्सा बनाएं।
मेनिन्जाइटिस (Meningitis)
क्या है:
मेनिन्जाइटिस एक बैक्टीरियल या वायरल बीमारी है, जो दिमाग और रीढ़ की हड्डी के आसपास की झिल्लियों (मेनिंजेस) को प्रभावित करती है।
लक्षण:
तेज बुखार
गर्दन में अकड़न
उल्टी और मिचली
चक्कर आना
बेहोशी
बचाव:
मेनिन्जाइटिस वैक्सीन लगवाएं।
संक्रमण से बचने के लिए साफ-सफाई का ध्यान रखें।
अगर लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
सेप्टिसीमिया (Septicemia)
क्या है:
सेप्टिसीमिया खून में होने वाला गंभीर संक्रमण है, जो शरीर के बाकी अंगों को तेजी से प्रभावित करता है। यह बैक्टीरिया, वायरस या फंगल इंफेक्शन के कारण होता है।
लक्षण:
तेज बुखार और ठंड लगना
त्वचा का रंग फीका पड़ना
सांस लेने में कठिनाई
कमजोरी और भ्रम की स्थिति
बचाव:
चोटों को साफ और संक्रमण-मुक्त रखें।
इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाएं।
किसी भी संक्रमण के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
रेबीज (Rabies)
क्या है:
रेबीज एक वायरल बीमारी है, जो संक्रमित जानवर के काटने से फैलती है। यह दिमाग और रीढ़ की हड्डी को प्रभावित करती है और इलाज न होने पर जानलेवा साबित होती है।
लक्षण:
बुखार और सिरदर्द
मांसपेशियों में ऐंठन
पानी या हवा से डर लगना (हाइड्रोफोबिया)
मानसिक भ्रम
बचाव:
पालतू जानवरों को रेबीज वैक्सीन लगवाएं।
जंगली जानवरों से दूरी बनाएं।
जानवर के काटने के तुरंत बाद डॉक्टर से संपर्क करें और रेबीज वैक्सीन लगवाएं।
सावधान रहें और सतर्क रहें
इन बीमारियों से बचाव के लिए जरूरी है कि आप अपनी सेहत का ध्यान रखें, समय-समय पर हेल्थ चेकअप करवाएं और किसी भी लक्षण को नजरअंदाज न करें।
सही समय पर इलाज और सावधानियां जान बचा सकती हैं। अगर आपको इनमें से किसी भी बीमारी के लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। सतर्कता ही सुरक्षा है।
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