Kejriwal Punjab Politics – पंजाब की राजनीति गरमाई: केजरीवाल के दौरे पर विपक्ष ने उठाए सवाल!
Kejriwal Punjab Politics – दिल्ली चुनाव में हार के बाद अरविंद केजरीवाल पहली बार पंजाब का दौरा करने जा रहे हैं। वह होशियारपुर के विपश्यना केंद्र में कुछ समय बिताएंगे, लेकिन इस दौरे को लेकर राजनीति गरमा गई है। विपक्ष ने आरोप लगाया है कि पंजाब सरकार पर दिल्ली का दखल बढ़ता जा रहा है और मुख्यमंत्री भगवंत मान इस ओर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
🟡 क्या है पूरा मामला?
🔸 विपक्ष ने आरोप लगाया कि दिल्ली के नेता पंजाब सरकार पर नियंत्रण करने की कोशिश कर रहे हैं।
🔸 पहले मनीष सिसोदिया के स्कूल दौरे पर विवाद हुआ था, अब केजरीवाल के दौरे पर सवाल उठ रहे हैं।
🔸 चुनाव में हार के बाद केजरीवाल ने पंजाब के विधायकों को दिल्ली बुलाया था, जिसे लेकर भी विवाद हुआ था।
🔸 अब विपक्ष का दावा है कि केजरीवाल पंजाब की राजनीति में सीधा दखल देना चाहते हैं।
🔴 क्या कह रही है आप (AAP)?
आप प्रवक्ता नील गर्ग ने कहा कि यह कोई राजनीतिक दौरा नहीं, बल्कि निजी दौरा है।
🚩 केजरीवाल पहले भी विपश्यना केंद्र जाते रहे हैं।
🚩 इस दौरे को राजनीति से जोड़ना गलत है।
🟠 विपक्ष का हमला: ‘पंजाब पर कब्जा करना चाहती है दिल्ली’
🔻 भाजपा नेता अरविंद खन्ना ने कहा कि दिल्ली के नेता पंजाब सरकार पर काबिज होना चाहते हैं।
🔻 पंजाब सरकार की पिछली कैबिनेट बैठक की तस्वीरें भी जारी नहीं की गईं, क्योंकि उसमें दिल्ली के नेताओं की मौजूदगी की चर्चा थी।
🔻 केजरीवाल पंजाब आकर विधायकों और अधिकारियों से मिलेंगे, जो प्रदेश के हितों के खिलाफ है।
🟢 क्या केजरीवाल पंजाब से राज्यसभा जाने की सोच रहे हैं?
राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा जोरों पर है कि केजरीवाल पंजाब से राज्यसभा सदस्य बन सकते हैं।
🔹 लुधियाना पश्चिम हलके से राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा को आप का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद यह अटकलें और तेज हो गई हैं।
🔹 विपक्ष को शक है कि केजरीवाल अब दिल्ली छोड़कर पंजाब की राजनीति में सक्रिय हो सकते हैं।
🔵 पंजाब की राजनीति में नया मोड़?
केजरीवाल के इस दौरे को लेकर भले ही उनकी पार्टी इसे ‘निजी यात्रा’ बता रही हो, लेकिन विपक्ष इसे ‘राजनीतिक दखल’ मान रहा है।
👉 क्या केजरीवाल पंजाब की राजनीति में अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहते हैं?
👉 क्या विपक्ष का आरोप सही है कि दिल्ली के नेता पंजाब पर नियंत्रण चाहते हैं?
इस दौरे के बाद पंजाब की राजनीति में नए समीकरण बन सकते हैं।
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