AUS vs IND Sydney Test – सिडनी टेस्ट के तीसरे दिन पिंक जर्सी में क्यों उतरी टीम इंडिया? वजह जानकर आप करेंगे गर्व महसूस
AUS vs IND Sydney Test –सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे टेस्ट मैच का तीसरा दिन कुछ खास था। भारतीय टीम, जो सामान्यतः नीली पट्टियों वाली जर्सी पहनती है, रविवार को पिंक रंग के चिह्नों वाली किट में नजर आई। इसके पीछे एक खास मकसद और भावनात्मक कहानी है।
पिंक डे का मकसद: जेन मैक्ग्रा की याद में एक खास पहल
सिडनी टेस्ट के तीसरे दिन को हर साल पिंक डे के रूप में मनाया जाता है। यह दिन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ग्लेन मैक्ग्रा की पत्नी जेन मैक्ग्रा की याद में समर्पित है, जिनकी 2008 में स्तन कैंसर के कारण मृत्यु हो गई थी।
ग्लेन मैक्ग्रा ने अपनी पत्नी की याद में 2005 में मैक्ग्रा फाउंडेशन की स्थापना की। इसका उद्देश्य स्तन कैंसर के बारे में जागरूकता फैलाना और फंड जुटाना है। पिंक डे के दौरान स्टेडियम, साइनबोर्ड, और यहां तक कि स्टंप भी गुलाबी रंग में रंगे जाते हैं।
टीम इंडिया का योगदान और सम्मान
भारतीय टीम ने इस खास दिन को सम्मानित करने के लिए अपनी जर्सी पर पिंक पट्टियां लगाईं। इसके अलावा, दिन की शुरुआत में भारतीय खिलाड़ियों ने ग्लेन मैक्ग्रा को हस्ताक्षरित कैप भेंट की। यह न केवल क्रिकेट भावना को दर्शाता है, बल्कि खिलाड़ियों की सामाजिक जिम्मेदारी का भी प्रतीक है।
जेन मैक्ग्रा: साहस और संघर्ष की मिसाल
जेन मैक्ग्रा का कैंसर से संघर्ष दुनिया के लिए प्रेरणा है। ग्लेन मैक्ग्रा ने उनकी स्मृति को जीवित रखने और अन्य मरीजों की मदद के लिए फाउंडेशन शुरू किया। आज, यह फाउंडेशन कैंसर से जूझ रहे मरीजों को नैतिक और आर्थिक सहायता प्रदान करता है।
सिडनी टेस्ट: मैदान पर रोमांचक मुकाबला
मैच की बात करें तो, भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 162 रनों का लक्ष्य रखा। भारत की दूसरी पारी केवल 157 रन पर सिमट गई। स्कॉट बोलैंड ने अपनी घातक गेंदबाजी से 5 विकेट झटके।
मैदान पर बल्लेबाजों के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण विकेट साबित हो रहा है, और मैच का नतीजा तीसरे दिन तय होना लगभग निश्चित है।
पिंक डे का संदेश
यह दिन सिर्फ क्रिकेट के लिए नहीं, बल्कि समाज में एक बड़ा संदेश देने के लिए महत्वपूर्ण है। स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता और समर्थन दिखाने के लिए यह आयोजन दुनिया भर के खेल प्रेमियों को जोड़ता है।
इस तरह के कदम यह साबित करते हैं कि खेल केवल मनोरंजन नहीं है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का एक जरिया भी है।
निष्कर्ष
सिडनी टेस्ट का पिंक डे हर किसी को इस बात का अहसास कराता है कि खेल और समाज में गहरा जुड़ाव है। भारतीय टीम की इस पहल को देख आप भी गर्व महसूस करेंगे। यह साबित करता है कि मैदान पर प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ खिलाड़ियों का दिल समाज के लिए भी धड़कता है।
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