Australia Wins BGT 2025 – पैट कमिंस ने पूरा किया सपना, ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर किया कब्जा
Australia Wins BGT 2025 – ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस के लिए यह एक ऐतिहासिक पल है। उनकी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया ने करीब 10 साल बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) पर कब्जा कर लिया है।
इस ट्रॉफी को जीतना पैट कमिंस की कप्तानी की आखिरी ख्वाहिश जैसी थी, और उन्होंने इसे साकार कर अपनी उपलब्धियों की फेहरिस्त में एक और मील का पत्थर जोड़ लिया।
10 साल का सूखा खत्म
ऑस्ट्रेलिया ने पिछली बार 2014-15 में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीती थी। इसके बाद से भारत ने लगातार चार बार यह ट्रॉफी अपने नाम की:
- 2016-17 में भारत में
- 2018-19 और 2020-21 में ऑस्ट्रेलिया में
- 2022-23 में भारत में
लेकिन इस बार ऑस्ट्रेलिया ने 3-1 से सीरीज जीतकर भारत की लगातार जीत के सिलसिले को तोड़ दिया।
पैट कमिंस: एक महान कप्तान के तौर पर उभरे
पैट कमिंस ने अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को:
- वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) का खिताब
- वनडे वर्ल्ड कप 2023 का खिताब
- और अब बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जिताई।
इससे पहले, वह एशेज सीरीज में भी इंग्लैंड को हराकर अपनी कप्तानी का जलवा दिखा चुके हैं। इसके अलावा, पाकिस्तान को पाकिस्तान में हराने का कारनामा भी उनकी सूची में शामिल है। कमिंस अब ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्तानों में से एक बन गए हैं।
कप्तानी में क्यों खास है यह जीत?
कमिंस के लिए यह जीत इसलिए भी खास है क्योंकि:
10 साल का इंतजार: ऑस्ट्रेलिया को एक दशक से इस ट्रॉफी का इंतजार था।
भारत की लगातार चार जीत का अंत: भारत ने चार सीरीज में दबदबा बनाए रखा था।
मुश्किल परिस्थितियों में जीत: भारत ने पहला टेस्ट जीतकर बढ़त बनाई थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने शानदार वापसी की और तीन टेस्ट जीत लिए।
भारत की हार का विश्लेषण
भारत को इस सीरीज में 3-1 से हार का सामना करना पड़ा। पिछली चार सीरीज में विराट कोहली, अजिंक्य रहाणे और रोहित शर्मा जैसे कप्तानों के नेतृत्व में भारत विजयी रहा था। लेकिन इस बार:
- भारतीय बल्लेबाजी कमजोर नजर आई।
- गेंदबाजों का प्रदर्शन असंगत रहा।
- पैट कमिंस और उनकी टीम ने भारत के मजबूत पक्षों पर प्रहार किया।
कमिंस की कप्तानी का जादू
कमिंस की रणनीतियां और टीम मैनेजमेंट उनकी कप्तानी को खास बनाती हैं। वह खिलाड़ियों की ताकत पहचानते हैं और हर स्थिति में धैर्य बनाए रखते हैं। उनकी कप्तानी में:
- टीम का प्रदर्शन लगातार ऊंचा गया।
- गेंदबाजों और बल्लेबाजों के बीच संतुलन दिखा।
- मानसिक toughness ने भारत जैसे कठिन विपक्षी के खिलाफ जीत को संभव बनाया।
ऑस्ट्रेलिया का दबदबा कायम
ऑस्ट्रेलिया के पास अब:
- वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप ट्रॉफी
- वनडे वर्ल्ड कप ट्रॉफी
- और बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी है।
यह दिखाता है कि ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर से खुद को दुनिया की सबसे ताकतवर क्रिकेट टीम के तौर पर स्थापित कर लिया है।
निष्कर्ष
पैट कमिंस ने अपनी कप्तानी के हर पहलू को बखूबी निभाते हुए ऑस्ट्रेलिया को न केवल जीत दिलाई, बल्कि एक दशक से चले आ रहे सूखे को भी खत्म किया। उनकी यह उपलब्धि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के इतिहास में सुनहरे अक्षरों में लिखी जाएगी।
भारत को अब अपनी रणनीतियों पर काम करना होगा और अगली सीरीज में बेहतर प्रदर्शन के साथ वापसी करनी होगी।
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