Auto Expo 2025: टाटा पंच फ्लेक्स फ्यूल मॉडल का डेब्यू, इथेनॉल से चलने वाला भारत का भविष्य
Auto Expo 2025: भारत के ऑटोमोबाइल सेक्टर में एक और बड़ा कदम उठाते हुए टाटा मोटर्स ने Auto Expo 2025 में अपने टाटा पंच फ्लेक्स फ्यूल मॉडल को पेश किया है। यह नई तकनीक न केवल पर्यावरण के अनुकूल है बल्कि भारत सरकार के इथेनॉल मिश्रण बढ़ाने के लक्ष्य के साथ पूरी तरह मेल खाती है।
टाटा पंच फ्लेक्स फ्यूल: एक नजर में
टाटा पंच, जो पहले से ही पेट्रोल, सीएनजी और इलेक्ट्रिक विकल्पों में उपलब्ध है, अब फ्लेक्स फ्यूल पावरट्रेन के साथ और भी खास हो गई है। इस फ्लेक्स फ्यूल मॉडल में 85% से लेकर 100% तक इथेनॉल पर चलने की क्षमता है।
टाटा मोटर्स का यह कदम न केवल पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी दिखाता है, बल्कि ग्राहकों को सस्ता और स्वच्छ ईंधन विकल्प भी प्रदान करता है।
फ्लेक्स फ्यूल मॉडल की खासियतें
पावरट्रेन और तकनीकी बदलाव
इस मॉडल में 1.2-लीटर, तीन-सिलेंडर नैचुरली एस्पिरेटेड इंजन दिया गया है।
इंजन को फ्लेक्स फ्यूल के अनुकूल बनाने के लिए कई तकनीकी सुधार किए गए हैं।
इसमें स्मार्ट सॉफ्टवेयर और एडवांस्ड इंजन कंट्रोल सिस्टम दिया गया है, जो विभिन्न इथेनॉल मिश्रणों को चलती गाड़ी में भी ऑटोमेटिकली एडजस्ट कर सकता है।
उन्नत फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम
हीटेड फ्यूल इंजेक्शन सिस्टम और हाई-फ्लो इंजेक्टर्स इंजन को ठंडे मौसम में भी सुचारू रूप से स्टार्ट करते हैं।
स्मार्ट इथेनॉल प्रतिशत डिटेक्शन तकनीक इथेनॉल के विभिन्न मिश्रणों के बीच सहजता से ट्रांजिशन करती है।
एडवांस्ड एक्जॉस्ट सिस्टम
नए उत्सर्जन उपचार प्रणाली के जरिए हानिकारक गैसों के उत्सर्जन को कम किया गया है।
डिजाइन और लुक में कोई बदलाव नहीं
हालांकि, फ्लेक्स फ्यूल मॉडल में तकनीकी अपग्रेड किए गए हैं, लेकिन इसके कॉस्मेटिक डिजाइन में कोई बदलाव नहीं किया गया है। यह टाटा पंच का वही आकर्षक लुक और दमदार बॉडी रिटेन करता है।
इथेनॉल पॉलिसी और भारत का भविष्य
भारत सरकार 2023 से E20 मिश्रित ईंधन (20% इथेनॉल और 80% पेट्रोल का मिश्रण) को चरणबद्ध तरीके से लागू कर रही है।
2025 तक पूरे भारत में E20 ईंधन उपलब्ध कराने की योजना है।
टाटा मोटर्स ने इस बदलाव के लिए खुद को पहले ही तैयार कर लिया है।
E85 ईंधन (85% इथेनॉल) का उपयोग निकट भविष्य में बड़े पैमाने पर होने की संभावना है।
फ्लेक्स फ्यूल मॉडल: प्रतिस्पर्धा और अन्य ब्रांड्स की भागीदारी
टाटा मोटर्स के साथ अन्य कार निर्माताओं ने भी इस दिशा में कदम बढ़ाए हैं:
ह्यूंदै ने ऑटो एक्सपो 2025 में क्रेटा फ्लेक्स फ्यूल वर्जन को प्रदर्शित किया।
मारुति सुजुकी और टोयोटा पहले ही अपने फ्लेक्स फ्यूल प्रोटोटाइप मॉडल्स पेश कर चुकी हैं।
इथेनॉल मिश्रण वाली यह तकनीक न केवल सख्त उत्सर्जन मानदंडों को पूरा करती है बल्कि पेट्रोल की खपत को भी कम करती है।
ग्राहकों के लिए फायदे
सस्ता ईंधन विकल्प: इथेनॉल पेट्रोल की तुलना में सस्ता है, जिससे ग्राहकों के ईंधन खर्च में कमी आएगी।
बेहतर पर्यावरण अनुकूलता: इथेनॉल एक हरित ईंधन है, जो पारंपरिक पेट्रोल की तुलना में कम कार्बन उत्सर्जन करता है।
तकनीकी उन्नति: नई तकनीक गाड़ी को ज्यादा फ्यूल-इफिशिएंट बनाती है।
निष्कर्ष
टाटा पंच फ्लेक्स फ्यूल मॉडल न केवल भारत के ऑटोमोबाइल उद्योग में एक मील का पत्थर साबित हो सकता है, बल्कि यह इथेनॉल आधारित ईंधन के भविष्य को भी मजबूती देगा।
सरकार की नीति और ऑटो कंपनियों के प्रयास मिलकर भारतीय बाजार को एक नई दिशा में ले जा रहे हैं, जहां लागत में कमी और पर्यावरण संरक्षण दोनों प्राथमिकता में हैं।
अगर आप एक सस्ते, पर्यावरण-अनुकूल और भविष्य-रेडी वाहन की तलाश में हैं, तो टाटा पंच फ्लेक्स फ्यूल मॉडल आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
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