D Gukesh की चेस में ऐतिहासिक जीत पर दो राज्यों में बढ़ा कंफ्यूजन, जानें क्या है मामला
18 वर्षीय D Gukesh ने शतरंज की दुनिया में इतिहास रचते हुए वर्ल्ड चेस चैंपियनशिप जीतने का प्रतिष्ठित मुकाम हासिल किया। उनकी इस शानदार उपलब्धि ने न केवल भारत को गर्वित किया, बल्कि तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के बीच एक दिलचस्प विवाद भी छेड़ दिया है।
दोनों राज्य अब इस युवा चैंपियन को अपना मानने की कोशिश कर रहे हैं, और इसका कारण है गुकेश की पारिवारिक पृष्ठभूमि, जो इस विवाद की जड़ बन गई है।
तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्रियों के बयान
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन ने सबसे पहले गुकेश को बधाई दी और कहा कि चेन्नई को “ग्लोबल चेस कैपिटल” के रूप में पहचाना जाता है, जहां हर साल विश्व स्तरीय शतरंज खिलाड़ी उभरते हैं। स्टालिन ने ट्वीट किया, “गुकेश, आपकी उपलब्धि से तमिलनाडु को गर्व है। आपने भारत की शतरंज परंपरा को ऊंचाइयों तक पहुंचाया है।”
वहीं आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने गुकेश को “हमारे तेलुगु बेटे” के रूप में संबोधित किया और उनकी सफलता पर गर्व जताया। नायडू ने कहा, “तेलुगु धरती के इस बेटे ने 18 साल की उम्र में इतिहास रच दिया। पूरी देश को इस जीत का जश्न मनाना चाहिए।”
विवाद की जड़: गुकेश की पारिवारिक पृष्ठभूमि
यह विवाद इसलिए पैदा हुआ क्योंकि गुकेश का जन्म और पालन-पोषण चेन्नई में हुआ था, लेकिन उनके माता-पिता आंध्र प्रदेश से हैं और वे तेलुगु मूल के हैं। इस पृष्ठभूमि के कारण दोनों राज्य अपनी-अपनी दावेदारी प्रस्तुत कर रहे हैं।
तमिलनाडु ने गुकेश को राज्य का गौरव बताया और उन्हें अप्रैल में ₹75 लाख की प्रोत्साहन राशि दी थी। जबकि आंध्र प्रदेश के समर्थकों ने उनकी तेलुगु पहचान और जड़ों को प्रमुखता दी है।
यह बहस सोशल मीडिया पर भी तेज़ी से फैल गई, जहां लोग अपनी-अपनी राय रख रहे हैं। दोनों राज्यों के लोग अपने-अपने राज्य का गौरव मानते हुए गुकेश की जीत का जश्न मना रहे हैं, लेकिन साथ ही यह सवाल भी उठ रहे हैं कि आखिर गुकेश को किस राज्य का प्रतिनिधि माना जाए।
निष्कर्ष:
D Gukesh की ऐतिहासिक जीत ने भारत को गर्वित किया है, लेकिन इसने दो राज्यों के बीच एक नई प्रतिस्पर्धा को जन्म भी दिया है। तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश दोनों ही इस युवा चैंपियन को अपनी पहचान देने की कोशिश कर रहे हैं।
हालांकि, गुकेश की सफलता केवल उनके राज्य की नहीं, बल्कि पूरे भारत की है, जिसने शतरंज के क्षेत्र में अपनी एक और शानदार उपलब्धि दर्ज की है।
Thanks for visiting – Chandigarh News