Electric Vehicle News – इलेक्ट्रिक व्हीकल का दबदबा बढ़ा, डीजल-पेट्रोल गाड़ियों को दे रहा टक्कर
Electric Vehicle News – भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) इंडस्ट्री ने इस साल एक बड़ा मोड़ ले लिया है। भारत मोबिलिटी ग्लोबल एक्सपो 2025 में यह साफ दिखा कि देश का ऑटोमोबाइल सेक्टर अब इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ तेजी से बढ़ रहा है।
इस इवेंट में हुंडई ने अपनी पॉपुलर क्रेटा EV लॉन्च की, और कई अन्य कंपनियों ने अपने इलेक्ट्रिक व्हीकल मॉडल्स और भविष्य की योजनाओं का खुलासा किया।
EV का बढ़ता दबदबा
2025 में कुल 28 नए व्हीकल लॉन्च होने वाले हैं, जिनमें से 18 मॉडल इलेक्ट्रिक हैं। यह पहली बार है जब EV की संख्या पेट्रोल-डीजल (ICE) गाड़ियों से अधिक हो रही है।
2023 और 2024 में EV और ICE गाड़ियों के क्रमशः 11 और 15 लॉन्च हुए थे।
2025 में EV लॉन्च की संख्या पिछले सालों के मुकाबले लगभग चार गुना अधिक है।
इलेक्ट्रिक व्हीकल की बिक्री में उछाल
50% से ज्यादा ग्रोथ:
इस साल ईवी सेगमेंट में 200,000 यूनिट की बिक्री होने की संभावना है।
कुल बिक्री में दोगुनी हिस्सेदारी:
EVs की कुल बिक्री 2024 के 2% से बढ़कर 4% तक पहुंचने की उम्मीद है।
कंपनियों की रणनीतियां और योजनाएं
मारुति सुजुकी
भारत की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने 2025 में अपने पहले इलेक्ट्रिक व्हीकल के लॉन्च से पहले टॉप-100 शहरों में हर 5-10 किमी पर फास्ट चार्जर लगाने का ऐलान किया है।
कंपनी के एमडी, हिसाशी टेकुची, ने कहा, “ईवी के लिए ग्राहक पहले से अधिक रुचि दिखा रहे हैं। बाजार में नए उत्पाद लाने से बिक्री में तेजी आएगी।”
हुंडई मोटर इंडिया
हुंडई का कहना है कि 2030 तक भारत में इलेक्ट्रिक गाड़ियों की हिस्सेदारी 15-20% तक हो सकती है।
फास्ट-चार्जर नेटवर्क:
प्रमुख हाईवे पर 2030 तक 600 फास्ट चार्जर लगाए जाएंगे।
स्थानीय उत्पादन:
बैटरी पैक असेंबली और स्थानीय सप्लायर के साथ साझेदारी कर कीमतें प्रतिस्पर्धी बनाई जाएंगी।
हुंडई ने भारत में क्रेटा EV का उत्पादन शुरू कर दिया है।
किआ इंडिया
किआ इंडिया के सीनियर प्रेसिडेंट, हरदीप सिंह बरार, का कहना है, “अब ग्राहकों के पास अपने पसंदीदा ब्रांड्स से EV खरीदने के अधिक विकल्प हैं। इससे EV सेगमेंट में ग्रोथ और तेज होगी।”
चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार
नेशनल हाईवे पर EV चार्जिंग नेटवर्क:
EV अपनाने में तेजी लाने के लिए सरकार और प्राइवेट कंपनियां मिलकर काम कर रही हैं।
चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए देश के प्रमुख हाईवे पर फास्ट चार्जिंग स्टेशन लगाए जा रहे हैं।
बाय-डायरेक्शनल चार्जिंग तकनीक:
कई नई गाड़ियां, जैसे मर्सिडीज-बेंज के मॉडल, वाहन-से-घर (V2H) और वाहन-से-ग्रिड (V2G) चार्जिंग को सपोर्ट करेंगी।
2030 तक EV इंडस्ट्री का अनुमान
CAGR:
EV इंडस्ट्री 2030 तक 43% की वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) से बढ़ेगी।
बिक्री का लक्ष्य:
2030 तक EV की बिक्री 932,000 यूनिट तक पहुंचने का अनुमान है।
SUV की बढ़ती मांग:
कुल बिक्री का 61% हिस्सा इलेक्ट्रिक SUVs का होगा।
सरकार की पहल और प्रोत्साहन
EV पर GST दर में कमी:
ईवी पर केवल 5% GST चार्ज किया जाता है, जिससे यह अधिक किफायती हो गए हैं।
FAME-II योजना:
इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए सब्सिडी और प्रोत्साहन दिए जा रहे हैं।
निष्कर्ष
2025 इलेक्ट्रिक व्हीकल इंडस्ट्री के लिए गेम-चेंजर साल साबित हो रहा है।
ईवी की बढ़ती बिक्री,
चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में सुधार,
और कंपनियों की नई लॉन्च रणनीतियां इसे मुख्यधारा में ला रही हैं।
2030 तक भारत का इलेक्ट्रिक व्हीकल मार्केट दुनिया के सबसे बड़े ईवी बाजारों में शामिल हो सकता है।
क्या आप भी अपनी अगली कार के रूप में EV लेने की सोच रहे हैं?
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