Gadhe ki Kahani – पप्पू की अनोखी होशियारी
Gadhe ki Kahani – एक गाँव में पप्पू नाम का एक आदमी रहता था। पप्पू खुद को दुनिया का सबसे होशियार इंसान समझता था। उसकी सोच थी कि वह ऐसा कोई काम कर सकता है जो किसी और के बस का न हो। लेकिन उसकी हरकतें अक्सर लोगों को हँसने का मौका दे देती थीं।
पप्पू का अनोखा दावा
एक दिन पप्पू ने गाँव के चौपाल में जाकर ऐलान कर दिया, “मैं गधे को गाय की तरह दूध देने पर मजबूर कर सकता हूँ!”
गाँव वाले उसकी इस बात पर हैरान भी थे और मनोरंजन के लिए उत्सुक भी। कुछ ने उसे पागल कहा, तो कुछ ने कहा, “चलो, देखें पप्पू अब क्या नया तमाशा करता है।”
पप्पू का प्रदर्शन
गाँव के लोग चौपाल पर इकट्ठा हो गए। पप्पू एक गधे को लेकर आया और साथ में एक बड़ा सा बर्तन भी। उसने बर्तन में पानी डाला और उसमें सफेद चूना घोल दिया ताकि वह दूध जैसा दिखे। फिर उसने गधे के पास जाकर प्यार से उसकी पीठ थपथपाई और बोला, “चल मेरे दोस्त, आज तुझे अपनी ताकत दिखानी है।”
गधा शांत खड़ा रहा। पप्पू ने नाटकीय अंदाज में बर्तन उठाया और सबको दिखाते हुए कहा, “देखो, यह गधा अब दूध देने वाला है!”
गधे का जवाब
जैसे ही पप्पू ने गधे को सहलाने की कोशिश की, गधे ने अचानक अपनी पिछली टाँगों से जोरदार लात मारी। लात लगते ही पप्पू सीधे जमीन पर जा गिरा और उसके हाथ से बाल्टी का “दूध” उलटकर उसी के ऊपर गिर गया।
पप्पू का चेहरा और कपड़े सफेद चूने वाले पानी से भर गए। पूरा गाँव हँसी के ठहाकों से गूंज उठा। पप्पू खुद को संभालने की कोशिश करता हुआ बोला, “देखा! यह गधा इतना समझदार है कि उसने अपना दूध सीधे मेरे ऊपर डाल दिया। यह तो उसका प्यार है!”
गाँववालों की प्रतिक्रिया
गाँव वालों में से एक बूढ़े ने कहा, “पप्पू, तेरे इस प्यार भरे दूध से तो हम बहुत खुश हैं! पर अगली बार कुछ और तरकीब आजमा लेना।”
दूसरे ने चुटकी लेते हुए कहा, “प्यार का ऐसा प्रतीक हमने पहली बार देखा!”
पप्पू की कहानी अमर हो गई
उस दिन के बाद पप्पू की यह “दूध वाली होशियारी” गाँवभर में चर्चा का विषय बन गई। लोग उसे बार-बार इस किस्से की याद दिलाकर चिढ़ाते और ठहाके लगाते।
पप्पू ने भी सीख लिया कि अपनी अनोखी होशियारी दिखाने से पहले थोड़ी समझदारी भी जरूरी है। लेकिन उसकी शरारतों ने गाँव वालों की जिंदगी में हमेशा हँसी का तड़का लगाया।
शिक्षा
यह कहानी हमें सिखाती है कि:
- अपनी सीमाओं को समझें: हर किसी के बस का हर काम नहीं होता।
- शोहरत से सावधान रहें: अनावश्यक दिखावा अक्सर हँसी का पात्र बना देता है।
- हँसी-खुशी का महत्व: जीवन में हँसी-मजाक से खुशियाँ बनी रहती हैं।
पप्पू की अनोखी होशियारी ने साबित कर दिया कि कभी-कभी बेवकूफी भी लोगों की खुशी का कारण बन सकती है।
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