Gautam Gambhir on Siraj – सिराज का जज्बा: गौतम गंभीर ने की दिल खोलकर तारीफ, बोले- एटीट्यूड में सबसे आगे
Gautam Gambhir on Siraj – ऑस्ट्रेलिया ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के निर्णायक मुकाबले में भारत को छह विकेट से हराकर सीरीज 3-1 से अपने नाम कर ली। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जगह बना ली है। हालांकि, भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज का प्रदर्शन इस सीरीज में खासा चर्चा का विषय रहा।
भारतीय टीम के हेड कोच गौतम गंभीर ने सिडनी टेस्ट के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिराज के जज्बे और प्रदर्शन की जमकर सराहना की। उनके बयान से साफ जाहिर हुआ कि सिराज ने अपनी मेहनत और जुनून से हर किसी को प्रभावित किया है।
सिराज के एटीट्यूड का कायल हुआ कोचिंग स्टाफ
प्रेस कॉन्फ्रेंस में गौतम गंभीर ने कहा,
“मोहम्मद सिराज शानदार रहे हैं। मुझे नहीं लगता कि मैंने किसी गेंदबाज को हर गेंद पर इस तरह दौड़ते हुए देखा है, भले ही वह 100% फिट न हों। सिराज का एटीट्यूड उन्हें दूसरों से अलग बनाता है।”
सिराज ने इस ट्रॉफी में 157.1 ओवर गेंदबाजी की, जो कि ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस के बाद सबसे ज्यादा है। उन्होंने कुल 20 विकेट चटकाए और अपने प्रदर्शन से यह दिखा दिया कि वह टीम इंडिया के प्रमुख गेंदबाजों में से एक हैं।
सिडनी टेस्ट में सिराज का ऐतिहासिक माइलस्टोन
सिडनी टेस्ट के दौरान सिराज ने उस्मान ख्वाजा का विकेट लेकर अपने टेस्ट करियर के 100 विकेट पूरे किए। यह उपलब्धि उनके करियर के लिए एक बड़ा मील का पत्थर है और उनके समर्पण और मेहनत का परिणाम है।
मैच का हाल: भारत का संघर्ष जारी
मैच की बात करें तो भारतीय टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए केवल 185 रन बनाए। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम 181 रन पर सिमट गई। दूसरी पारी में भारत सिर्फ 157 रन बना पाया और ऑस्ट्रेलिया को 162 रन का लक्ष्य दिया। ऑस्ट्रेलिया ने यह लक्ष्य चार विकेट खोकर आसानी से हासिल कर लिया।
प्रसिद्ध कृष्णा ने गेंदबाजी में भारत के लिए तीन विकेट झटके, लेकिन अन्य गेंदबाज ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर ज्यादा दबाव नहीं बना सके।
गंभीर ने क्यों की सिराज की तारीफ?
गौतम गंभीर का फोकस सिराज के पैशन और जुनून पर था। उन्होंने कहा कि सिराज हर बार अपना 100% देते हैं, चाहे परिस्थितियां कैसी भी हों। उनका यह एटीट्यूड युवाओं के लिए प्रेरणा है।
सिराज के रिकॉर्ड और योगदान
- टेस्ट करियर में 100 विकेट पूरे करना सिराज की निरंतरता का प्रमाण है।
- सीरीज में उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को बार-बार परेशान किया।
- वह एक ऐसे गेंदबाज के रूप में उभरे हैं जो कठिन परिस्थितियों में भी प्रदर्शन करने का जज्बा रखते हैं।
निष्कर्ष
भले ही भारत इस सीरीज में हार गया हो, लेकिन मोहम्मद सिराज जैसे खिलाड़ियों का प्रदर्शन यह साबित करता है कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य उज्ज्वल है। सिराज ने न केवल अपने आंकड़ों से, बल्कि अपने एटीट्यूड और मेहनत से भी सबका दिल जीता है। गौतम गंभीर का उनके बारे में बयान भारतीय टीम में उनकी बढ़ती अहमियत को दर्शाता है।
यह कहना गलत नहीं होगा कि सिराज जैसे खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाने की क्षमता रखते हैं।
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