Kapil Dev R Ashwin Retirement – अश्विन की विदाई पर कपिल देव ने जताई नाराजगी, BCCI से की सम्मानजनक विदाई की मांग
Kapil Dev R Ashwin Retirement – भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के अचानक इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने के फैसले से केवल फैंस ही नहीं, बल्कि पूर्व विश्व कप विजेता कप्तान कपिल देव भी स्तब्ध हैं। कपिल ने इस फैसले पर खुलकर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अश्विन घरेलू धरती पर एक सम्मानजनक विदाई के हकदार थे।
कपिल देव का बयान: “अश्विन इससे बेहतर विदाई के हकदार थे”
कपिल देव ने पीटीआई को दिए बयान में कहा, “मैं इस बात से हैरान हूं कि भारत के महानतम क्रिकेटरों में से एक ने अचानक खेल छोड़ने का फैसला कैसे किया। फैंस निराश हैं, लेकिन मैंने उसके चेहरे पर भी निराशा देखी। वह इससे बेहतर विदाई का हकदार था। वह भारतीय धरती पर अपने संन्यास की घोषणा कर सकता था।”
उन्होंने यह भी कहा कि अश्विन के संन्यास के कारणों को समझना जरूरी है। कपिल ने बीसीसीआई से अपील की कि इस महान खिलाड़ी की विदाई को खास बनाया जाए।
बीसीसीआई से सम्मानजनक विदाई की उम्मीद
कपिल देव ने बीसीसीआई से आग्रह किया कि अश्विन के लिए एक सम्मानजनक विदाई का आयोजन किया जाए। उन्होंने कहा,
“मुझे पूरा विश्वास है कि बीसीसीआई इस मैच विजेता खिलाड़ी की शानदार विदाई के लिए कुछ विशेष करेगा। वह एक साहसी गेंदबाज था और हमेशा नई चीजों को आजमाने के लिए तैयार रहता था। यही चीज उसे दूसरों से अलग बनाती थी।”
अश्विन के करियर पर कपिल की राय
कपिल देव ने अश्विन की तारीफ करते हुए उनके योगदान को सराहा। उन्होंने कहा,
“अश्विन एक साहसी गेंदबाज था, जो मैच के किसी भी समय गेंदबाजी कर सकता था। वह एक बेहतरीन रणनीतिकार था और परिस्थितियों के साथ तेजी से सामंजस्य बिठाने की क्षमता रखता था। वह कप्तानों का पसंदीदा खिलाड़ी था और भारत की तरफ से सर्वाधिक मैन ऑफ द सीरीज पुरस्कार जीतने वाला खिलाड़ी है।”
कपिल ने मजाकिया अंदाज में कहा कि अगर उन्हें अश्विन के साथ खेलना पड़ता, तो उनकी अपनी जगह खतरे में पड़ जाती। उन्होंने कहा,
“भगवान का शुक्र है कि मुझे उसके साथ नहीं खेलना पड़ा, वरना मेरी जगह वह ले लेता।”
अश्विन की विदाई से जुड़ी बहस
38 वर्षीय अश्विन ने गाबा टेस्ट के बाद अपने अंतरराष्ट्रीय करियर को अलविदा कहने की घोषणा की। इस फैसले ने सभी को चौंका दिया, क्योंकि उनके शानदार प्रदर्शन के बावजूद उन्हें भारतीय प्लेइंग-11 में नियमित स्थान नहीं दिया जा रहा था।
अश्विन के करियर में 106 टेस्ट मैचों में 537 विकेट और बल्ले से कई यादगार पारियां शामिल हैं। उन्होंने भारत के लिए क्रिकेट के तीनों प्रारूपों में अहम योगदान दिया है।
निष्कर्ष
कपिल देव की टिप्पणी से यह स्पष्ट है कि अश्विन की विदाई के तरीके को लेकर भारतीय क्रिकेट बिरादरी में असंतोष है। बीसीसीआई पर अब यह जिम्मेदारी है कि वह इस दिग्गज खिलाड़ी को सम्मानजनक विदाई दे। अश्विन भारतीय क्रिकेट में अपनी अमिट छाप छोड़ चुके हैं, और उनका योगदान हमेशा याद किया जाएगा।
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