New Education Policy Punjab – नई शिक्षा नीति: अब पंजाब में आठवीं के बाद ITI से भी मिलेगा दसवीं का सर्टिफिकेट, तकनीकी शिक्षा में बड़े बदलाव
New Education Policy Punjab – पंजाब सरकार ने नई शिक्षा नीति (NEP) के तहत तकनीकी शिक्षा को सुदृढ़ करने के लिए बड़ा कदम उठाने की तैयारी की है। अब आठवीं कक्षा के बाद ITI पास करने वाले छात्र दसवीं का सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकेंगे। यह बदलाव न केवल विद्यार्थियों के लिए समय की बचत करेगा बल्कि तकनीकी शिक्षा को मुख्यधारा से जोड़ने में मददगार होगा।
ITI और दसवीं के सर्टिफिकेट का लिंक
तकनीकी शिक्षा विभाग ने एक प्रस्ताव तैयार किया है जिसके तहत ITI पास करने वाले छात्रों को दसवीं का प्रमाणपत्र देने की योजना है। यह प्रस्ताव विभागीय मंजूरी के बाद शिक्षा मंत्री को भेजा जाएगा।
ITI छात्रों को पंजाबी या अन्य अनिवार्य विषयों की परीक्षा देकर दसवीं के समकक्ष सर्टिफिकेट मिलेगा।
यह कदम विद्यार्थियों को व्यावसायिक कौशल और शैक्षिक योग्यता के बीच संतुलन स्थापित करने में मदद करेगा।
स्कूलों में ITI कोर्स शुरू करने की योजना
तकनीकी शिक्षा विभाग ने स्कूलों में ITI पाठ्यक्रम शुरू करने की योजना बनाई है। इसका उद्देश्य है:
- छात्रों को कम उम्र में तकनीकी ज्ञान प्रदान करना।
- औद्योगिक प्रशिक्षण के साथ शिक्षा का समग्र विकास करना।
- स्कूली शिक्षा को तकनीकी शिक्षा के साथ जोड़कर नई पीढ़ी को रोजगारोन्मुख बनाना।
सुरक्षा के लिए बीमा कवरेज
ITI छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने 5 लाख रुपये तक की बीमा कवरेज का प्रस्ताव तैयार किया है।
- ट्रेनिंग के दौरान किसी भी हादसे में इलाज और सहायता के लिए यह कवरेज दिया जाएगा।
- कवरेज में मृत्यु के मामले को भी शामिल किया गया है।
- इसके लिए तकनीकी शिक्षा विभाग हर साल 1 करोड़ रुपये का खर्च उठाएगा।
- वित्त विभाग से मंजूरी के बाद यह योजना तुरंत लागू की जाएगी।
पंजाब में ITI की वर्तमान स्थिति
- राज्य में कुल 137 ITI संस्थान हैं, जिनमें 35,201 सीटें उपलब्ध हैं।
- सत्र 2024-25 में ITI में 93% दाखिला हुआ था।
- अगले शैक्षणिक सत्र में ITI की सीटें बढ़ाकर 40,000 करने की योजना है।
छात्रों के लिए संभावित लाभ
- समय की बचत: ITI के बाद दसवीं का सर्टिफिकेट मिलने से छात्रों को बार-बार परीक्षा देने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- तकनीकी और शैक्षणिक संतुलन: यह पहल तकनीकी और शैक्षणिक योग्यता के बीच सेतु का काम करेगी।
- रोजगार के अवसर: तकनीकी शिक्षा से लैस छात्र भविष्य में बेहतर रोजगार के लिए तैयार होंगे।
- सुरक्षा सुनिश्चित: बीमा कवरेज से छात्रों और उनके परिवारों को वित्तीय सुरक्षा मिलेगी।
भविष्य की योजनाएं
बारहवीं का सर्टिफिकेट: दसवीं की तरह बारहवीं के समकक्ष सर्टिफिकेट देने की योजना पर भी विचार हो रहा है।
जरूरी विषयों की पढ़ाई: ITI संस्थानों और स्कूलों में अनिवार्य विषयों को जोड़ने की योजना प्रस्ताव का हिस्सा है।
औद्योगिक और शैक्षणिक तालमेल: राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत तकनीकी शिक्षा को मुख्यधारा में शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
निष्कर्ष
पंजाब सरकार की यह पहल छात्रों के शैक्षणिक और व्यावसायिक विकास को नई दिशा देगी। ITI पाठ्यक्रमों को स्कूलों में शामिल करना और बीमा कवरेज जैसी योजनाएं छात्रों के लिए शिक्षा को अधिक सुरक्षित और रोजगारोन्मुख बनाएंगी। नई शिक्षा नीति के तहत यह कदम युवाओं के भविष्य को सशक्त बनाने में अहम भूमिका निभाएगा।
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