Rani ki Kahani – रानी और गरीब लड़का
Rani ki Kahani – एक समय की बात है, एक सुंदर और शांत राज्य में एक दयालु रानी रहती थी। रानी की सुंदरता केवल उसके चेहरे तक सीमित नहीं थी; वह दिल से भी बेहद नेक थी। लेकिन एक चीज़ उसे हमेशा परेशान करती थी—उसके राज्य के लोग बेहद गरीब थे।
रानी और गरीब लड़के की मुलाकात
एक दिन, रानी ने महल से बाहर निकलकर अपने राज्य के बाजार का दौरा किया। बाजार में उसने एक छोटे लड़के को देखा, जिसके कपड़े फटे हुए थे और पैरों में जूते भी नहीं थे। वह लड़का बहुत उदास दिख रहा था। रानी ने प्यार से उसके पास जाकर पूछा,
“बेटा, तुम इतने उदास क्यों हो?”
लड़के ने सिर झुकाकर कहा, “रानी माँ, मैं बहुत भूखा हूं। मेरे पास खाने के लिए कुछ भी नहीं है।”
रानी का दिल पिघल गया। वह लड़के को अपने साथ महल ले गई। महल में उसने लड़के को स्वादिष्ट भोजन कराया। खाना खाने के बाद लड़के ने रानी से पूछा,
“रानी माँ, आप इतनी दयालु क्यों हैं?”
रानी ने मुस्कुराते हुए उत्तर दिया, “बेटा, दूसरों की तकलीफ देखकर मेरा दिल दुखता है। हमें हमेशा एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए।”
गरीबों की मदद का फैसला
इस घटना के बाद रानी ने अपने राज्य के सभी गरीब लोगों की मदद करने का निश्चय किया। उसने अपने महल का एक बड़ा हिस्सा गरीबों के लिए खोल दिया, जहां उन्हें मुफ्त में भोजन, कपड़े और आश्रय मिलता था। उसने राज्य में कई अनाज भंडार भी बनवाए ताकि कोई भी भूखा न सोए।
अकाल का संकट
लेकिन खुशहाली ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाई। एक साल राज्य में भयंकर अकाल पड़ गया। बारिश नहीं हुई, फसलें सूख गईं, और लोग भूख से मरने लगे। रानी बहुत परेशान हुई। उसने अपने महल का सारा सोना और चांदी बेचकर अनाज खरीदा और लोगों में बांट दिया।
जब यह भी पर्याप्त नहीं हुआ, तो रानी ने अपने गहने और महंगे वस्त्र भी गरीबों में बांट दिए। उसने कहा,
“ये आभूषण मेरे लिए कुछ नहीं हैं। मेरे लोगों की जान बचाने से बड़ा कुछ भी नहीं।”
रानी का त्याग और सम्मान
रानी का यह त्याग देखकर लोग भावुक हो गए। उन्होंने रानी को देवी का दर्जा दे दिया। रानी की दयालुता और त्याग की कहानी दूर-दूर तक फैल गई।
कहानी से शिक्षा
इस कहानी से हमें यह सीख मिलती है:
- सच्चाई: हमेशा सच्चे और ईमानदार बने रहें।
- ईमानदारी: दूसरों की चीज़ें छीनने के बजाय मेहनत से अपना जीवन बिताएं।
- करुणा: दूसरों के दुख में शामिल होकर उनकी मदद करें।
- त्याग: अपने सुख-साधनों का त्याग करके दूसरों की भलाई करना ही सच्चा इंसानियत है।
रानी की कहानी हमें प्रेरित करती है कि हमें हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहना चाहिए।
दयालुता और त्याग ही सच्चा इंसान बनाते हैं।
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