Share Market Crash: खुल गई पोल! चीन के छुपे खेल से धराशायी हुआ भारतीय शेयर बाजार, AI से भर रही अपनी तिजोरी
Share Market Crash: भारतीय शेयर बाजार बीते पांच महीनों से निवेशकों को बड़े झटके दे रहा है। सेंसेक्स अपने ऑल-टाइम हाई से 10,000 अंक तक गिर चुका है, और निफ्टी भी लगातार गोते खा रहा है। इस भारी गिरावट के पीछे की बड़ी वजह विदेशी निवेशकों (FPI) की जबरदस्त बिकवाली है। दिलचस्प बात यह है कि ये निवेशक भारत से पैसा निकालकर चीन की ओर रुख कर रहे हैं।
विदेशी निवेशक भारत छोड़कर चीन क्यों जा रहे हैं?
जहां भारतीय बाजार में अस्थिरता बढ़ रही है, वहीं चीन में शेयर बाजार को बूस्ट करने के लिए सरकार के कदम और AI सेक्टर में नई टेक्नोलॉजी निवेशकों को आकर्षित कर रही है। चीन की सरकार ने बीते हफ्तों में कई ऐसे फैसले लिए हैं, जो उसकी अर्थव्यवस्था में नई जान फूंक सकते हैं।
क्या कह रहे हैं आंकड़े?
- साल 2025 में अब तक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) ने भारतीय शेयर बाजार से लगभग 1 लाख करोड़ रुपये निकाल लिए हैं।
- दूसरी ओर, चीन में सिर्फ पिछले हफ्ते 3 करोड़ डॉलर का विदेशी निवेश आया है, जो अक्टूबर 2024 के बाद सबसे ज्यादा है।
- चीन का ऑनशोर और ऑफशोर इक्विटी मार्केट बीते एक महीने में 3 ट्रिलियन डॉलर तक बढ़ चुका है।
- चीनी शेयर बाजार लगातार तीसरे महीने भारतीय बाजार से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है।
चीन की चालबाजी: AI और टेक्नोलॉजी से निवेशकों को लुभाने की कोशिश
चीन न सिर्फ अपने स्टॉक मार्केट को मजबूत कर रहा है, बल्कि वो आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) में तेजी से इनोवेशन कर निवेशकों को अपनी ओर खींच रहा है।
DeepSeek बना गेमचेंजर
चीन का AI स्टार्टअप DeepSeek अब अमेरिकी टेक कंपनियों के लिए बड़ी चुनौती बन चुका है। इसकी वजह से चीन के स्टॉक मार्केट में 1.3 ट्रिलियन डॉलर की तेजी आई है।
- DeepSeek के लॉन्च के बाद से चीन में टेक्नोलॉजी शेयरों में जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है।
- हाल ही में चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने टेक कंपनियों के टॉप फाउंडर्स के साथ एक क्लोज़-डोर मीटिंग की, जिसमें अलीबाबा के जैक मा और शिओमी के दिग्गज शामिल थे।
- इस मीटिंग के बाद चीन की टेक इंडस्ट्री को जबरदस्त बूस्ट मिला है।
चीन का इकॉनमी बूस्ट प्लान: विदेशी निवेशकों को लुभाने की नई चाल
चीनी सरकार अब स्टिम्युलस पैकेज और टेक्नोलॉजी सेक्टर को बढ़ावा देकर अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में लगी है।
- अलीबाबा के मार्केट कैप में पिछले पांच हफ्तों में 100 अरब डॉलर की बढ़ोतरी हुई है।
- सरकार AI और DeepSeek से जुड़ी टेक्नोलॉजी में निवेश बढ़ा रही है, जिससे बाजार में सकारात्मक माहौल बन रहा है।
- अमेरिका को जवाब देने के लिए चीन अब अपने AI सेक्टर को और मजबूत करने की तैयारी कर रहा है।
DeepSeek से अमेरिका को झटका, Nvidia और ChatGPT पर असर
तकनीक के मामले में अब तक अमेरिका को AI का बादशाह माना जाता था, लेकिन चीन की DeepSeek ने हालात बदल दिए हैं।
- DeepSeek के कारण अमेरिका की दिग्गज चिप कंपनी Nvidia के शेयरों में भारी गिरावट आई है।
- Apple के App Store पर DeepSeek ने पहले स्थान पर कब्जा जमा लिया है।
- चीन की Alibaba ने भी ChatGPT-4 को टक्कर देने के लिए अपना नया AI मॉडल 5-Max लॉन्च किया है।
निष्कर्ष: क्या भारत को सतर्क होने की जरूरत?
चीन की यह चाल भारत के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती है। अगर भारतीय बाजार में FPI निवेश की यह भारी बिकवाली जारी रही, तो सेंसेक्स और निफ्टी को अभी और झटके झेलने पड़ सकते हैं।
भारत को विदेशी निवेशकों को बनाए रखने के लिए टेक सेक्टर और मार्केट स्ट्रक्चर में बदलाव करने होंगे। वरना चीन का यह AI दांव भारत के शेयर बाजार को और कमजोर कर सकता है।
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