Tanush Kotian: भारत की टेस्ट टीम में अचानक बुलावा, कौन हैं ये मुंबई के ऑफ स्पिनर?
Tanush Kotian: तनुष कोटियन, मुंबई के बॉलिंग ऑलराउंडर, को अचानक भारतीय टेस्ट टीम में जगह मिलने से क्रिकेट जगत में हलचल मच गई है।
रविचंद्रन अश्विन के संन्यास के बाद बीसीसीआई चयनकर्ताओं ने कोटियन को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफ़ी के तीसरे टेस्ट के लिए ऑस्ट्रेलिया भेजने का निर्णय लिया। इस निर्णय के बाद 26 साल के कोटियन अहमदाबाद में विजय हज़ारे ट्रॉफ़ी खेल रहे थे, और उन्हें इस अवसर का अंदाजा नहीं था।
तनुष कोटियन का करियर:
तनुष कोटियन मुंबई के दाएं हाथ के बल्लेबाज़ और ऑफ़ स्पिनर हैं। उन्हें अक्सर रविचंद्रन अश्विन की तरह गेंदबाजी करने के लिए जाना जाता है। कोटियन की गेंदबाजी की ताकत उनकी गति और विविधता में है। वह 85-90 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से गेंदबाजी करते हुए अच्छी टर्न और बाउंस हासिल करते हैं।
कोटियन का क्रिकेट सफर:
कोटियन ने मुंबई अंडर-14, 16 और 19 टीमों के लिए खेला है और 2017 में उन्होंने एशिया कप के लिए भारतीय अंडर-19 टीम का प्रतिनिधित्व किया था।
अब तक उन्होंने 33 प्रथम श्रेणी मैचों में 25.70 की औसत से 101 विकेट लिए हैं, और 1525 रन भी बनाए हैं।
उन्होंने रणजी ट्रॉफ़ी में मुंबई के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, और 2023-24 सीज़न में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार भी जीता।
मुंबई की रणजी ट्रॉफ़ी जीत में कोटियन का योगदान:
2023-24 सीज़न में मुंबई की रणजी ट्रॉफ़ी जीत में कोटियन ने महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्होंने 502 रन बनाए और 29 विकेट लिए। उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 120 रन था, और उन्होंने सेमीफाइनल में 89 रन की नाबाद पारी खेली और चार विकेट भी लिए।
कप्तान रोहित शर्मा का समर्थन:
तनुष कोटियन को टीम में शामिल करने के पीछे कप्तान रोहित शर्मा का भी महत्वपूर्ण हाथ था। रोहित ने कहा कि कोटियन ने घरेलू क्रिकेट में अपनी क्षमता साबित की है और उनकी भूमिका रणजी ट्रॉफ़ी में मुंबई के लिए महत्वपूर्ण रही। साथ ही, कोटियन ने हाल ही में इंडिया-ए टीम के साथ ऑस्ट्रेलिया दौरे में भी भाग लिया था, जिससे उन्हें ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में खेलने का अनुभव मिला।
आईपीएल में कोटियन का सफर:
दिलचस्प बात यह है कि तनुष कोटियन आईपीएल में कोई खास पहचान नहीं बना पाए। पिछले आईपीएल में उन्हें राजस्थान रॉयल्स की टीम में मौका मिला, लेकिन वह केवल एक मैच खेल पाए, जिसमें उन्हें गेंदबाजी का मौका नहीं मिला। हालांकि, अनुभवी खिलाड़ियों के साथ ड्रेसिंग रूम शेयर करने का उन्हें फायदा जरूर हुआ।
निष्कर्ष:
अब जब तनुष कोटियन को भारतीय टेस्ट टीम में मौका मिला है, तो यह उनके शानदार घरेलू क्रिकेट प्रदर्शन का परिणाम है। उनके लिए यह एक बड़ा अवसर है, और अब यह देखना होगा कि वह इस अवसर का फायदा कैसे उठाते हैं।
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