Virat Kohli Crying News – वे रो रहे थे… उस हार से टूट गए थे विराट कोहली, बंद कमरे में वाइफ के सामने फूट-फूट कर रोए
Virat Kohli Crying News – विराट कोहली को क्रिकेट जगत में उनकी आक्रामकता, आत्मविश्वास और बेहतरीन खेल के लिए जाना जाता है। मैदान पर हर चुनौती का सामना करने वाले विराट अपनी भावनाओं को छिपाने में भी माहिर माने जाते हैं। लेकिन एक ऐसा क्षण आया था, जब यह मजबूत खिलाड़ी टूट गया था और अपने कमरे में फूट-फूटकर रो पड़ा।
2018 की इंग्लैंड सीरीज का दर्द
2018 में भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज का तीसरा मैच नॉटिंघम में खेला गया। उस सीरीज में विराट कोहली का प्रदर्शन अच्छा था, लेकिन टीम इंडिया के प्रदर्शन ने उन्हें तोड़ दिया। नॉटिंघम टेस्ट में भारत को हार का सामना करना पड़ा। यह हार सिर्फ टीम की हार नहीं थी, बल्कि विराट के लिए व्यक्तिगत रूप से बहुत बड़ा झटका थी।
वरुण धवन, जो विराट के करीबी दोस्त भी हैं, ने एक पॉडकास्ट में उस घटना का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि अनुष्का शर्मा ने उनसे यह बात साझा की थी कि हार के बाद विराट कोहली बंद कमरे में रो पड़े थे।
टीम की जिम्मेदारी का बोझ
वरुण धवन ने पॉडकास्ट में कहा, “विराट ने टीम के प्रदर्शन की पूरी जिम्मेदारी अपने ऊपर ले ली थी। वह खुद को असफल मानने लगे थे, भले ही वह उस दिन टीम के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे।” विराट कोहली का यह व्यवहार उनके नेतृत्व और टीम के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है।
अनुष्का का सहारा
अनुष्का शर्मा, जो उस समय विराट कोहली के साथ थीं, ने उनका मनोबल बढ़ाने का काम किया। वरुण ने बताया कि अनुष्का ने जब उन्हें रोते हुए देखा, तो वह उन्हें शांत करने की कोशिश करती रहीं। अनुष्का का यह साथ विराट के लिए बहुत बड़ा सहारा बना।
विराट की मानसिकता
इस घटना से यह साफ हो जाता है कि विराट कोहली अपने खेल और टीम के प्रदर्शन को लेकर कितने गंभीर हैं। वह हार को सिर्फ एक परिणाम के तौर पर नहीं देखते, बल्कि टीम को बेहतर बनाने के लिए इसे एक व्यक्तिगत जिम्मेदारी मानते हैं।
सबक और प्रेरणा
2018 की इंग्लैंड सीरीज के बाद विराट कोहली ने खुद को और मजबूत किया। उन्होंने दिखाया कि कैसे असफलता को सफलता की सीढ़ी बनाया जा सकता है। उनके इस अनुभव से युवा खिलाड़ियों को यह सीखने को मिलता है कि असफलता के बाद भी हार नहीं माननी चाहिए।
संघर्ष से सफलता तक का सफर
विराट कोहली के करियर में यह घटना उनकी ताकत और भावनात्मक पक्ष दोनों को उजागर करती है। एक खिलाड़ी के तौर पर वह सिर्फ रिकॉर्ड नहीं बनाते, बल्कि अपनी कहानी से लाखों लोगों को प्रेरित भी करते हैं।
यह घटना दिखाती है कि कैसे बड़े खिलाड़ी भी इंसान होते हैं, जिनकी भावनाएं होती हैं। और यही इंसानी पहलू उन्हें मैदान के बाहर भी लोगों के दिलों का नायक बनाता है।
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