Warren Buffett का बड़ा दांव: क्या शेयर बाजार में भारी गिरावट आने वाली है?
Warren Buffett, जिन्हें “Oracle of Omaha” कहा जाता है, ने हाल ही में 325 अरब डॉलर की नकदी जमा कर दुनिया को चौंका दिया है। उनकी कंपनी बर्कशायर हैथवे ने 2023 में 134 अरब डॉलर के शेयर बेच दिए। निवेशकों के बीच अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या बफे किसी बड़ी गिरावट की भविष्यवाणी कर रहे हैं?
बाजार में गिरावट की आहट?
बफे के इस कदम से बाजार के जानकार चिंतित हो गए हैं। उन्होंने Apple जैसी दिग्गज कंपनियों के शेयर बेचकर अपने पोर्टफोलियो में बड़े बदलाव किए हैं। आमतौर पर जब बफे नकदी बढ़ाते हैं, तो यह संकेत होता है कि बाजार ज्यादा ओवरवैल्यूड हो चुका है और भविष्य में गिरावट आ सकती है।
बफे की रणनीति: जब लालच बढ़े, तो सतर्क रहें
बफे का मानना है,
“जब लोग लालची हों, तब डरें और जब लोग डरें, तब लालची बनें।”
- पिछले कुछ महीनों में अमेरिकी शेयर बाजार लगातार ऊंचाई पर था, लेकिन उसी समय बफे शेयर बेच रहे थे।
- उनकी कंपनी ने 2024 में अपनी नकदी और ट्रेजरी बिल्स को दोगुना कर दिया।
- यह संकेत देता है कि वह बाजार में गिरावट की संभावना देख रहे हैं और सस्ते में खरीदारी का इंतजार कर रहे हैं।
क्या बाजार में वाकई गिरावट आएगी?
बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, कुछ ऐसे कारक हैं जो गिरावट का संकेत दे सकते हैं:
- ब्याज दरें और महंगाई: फेडरल रिजर्व ब्याज दरों को ज्यादा समय तक ऊंचा रख सकता है, जिससे बाजार पर दबाव बनेगा।
- अमेरिकी चुनाव: ट्रंप की नीतियों और टैरिफ प्लान से शेयर बाजार अस्थिर हो सकता है।
- अधिक वैल्यूएशन: वर्तमान में कई कंपनियों के शेयर महंगे हो चुके हैं, जिससे करेक्शन (गिरावट) की संभावना बढ़ती है।
हालांकि, यह तय नहीं है कि बाजार कब और कितना गिरेगा, लेकिन बफे हमेशा गिरावट का इंतजार करके सस्ते में शेयर खरीदने की रणनीति अपनाते हैं।
निवेशकों के लिए सबक
- जल्दबाजी में निवेश न करें: सिर्फ इसलिए कि बाजार ऊपर जा रहा है, इसका मतलब यह नहीं कि यह हमेशा बढ़ता रहेगा।
- सतर्क रहें: अगर Warren Buffett बाजार को लेकर सतर्क हैं, तो आम निवेशकों को भी सोच-समझकर कदम उठाने चाहिए।
- दीर्घकालिक सोच अपनाएं: बफे की तरह अवसरों की प्रतीक्षा करें और जब बाजार सही मौका दे, तब निवेश करें।
निष्कर्ष
Warren Buffett के नकदी बढ़ाने की रणनीति बाजार के लिए एक चेतावनी हो सकती है। हालांकि, यह जरूरी नहीं कि बाजार तुरंत गिरे, लेकिन बफे ने संकेत दिया है कि शेयर ज्यादा महंगे हो चुके हैं और सावधानी जरूरी है।
निवेशकों के लिए सबसे अच्छा कदम यही होगा कि भावनाओं से प्रभावित न हों, सही मौके का इंतजार करें और लॉन्ग-टर्म स्ट्रैटेजी के साथ निवेश करें।
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